निरंतर शोर की दुनिया में, रुकने और सुनने में सक्षम होने की आवश्यकता है। मौन की शक्ति प्रतिबिंब का अवसर प्रदान करती है
महेनति इंसान हमेशा दुसरो से आगे होता हे