Mutual fund में अगर आप इन्वेस्ट कर रहे हो तो आपको बहुत ही जरूरी जानना है कि आपको इसमें कितने Mutual fund charges and fees लगते हैं , क्योंकि म्यूच्यूअल फंड की सर्विस फ्री में नहीं होती है, इसमें हाई प्रोफाइल और बहुत ही प्रशिक्षित फण्ड मैनेजर आपका जो भी फंड होता है उसको इन्वेस्ट करता है और उसको मैनेज करता है or उसके कुछ चार्जेस आपसे वह कलेक्ट करता है, आप कोई भी म्यूच्यूअल फण्ड लो ये चार्जेज आपको pay करने पड़ते हे, ये जो भी चार्जेज होते हे वो सेबी एप्रूव्ड होते हे, मतलब की लीगली जो चार्जेज होते हे वोही आपसे कलेक्ट किये जाते हे.

Mutual fund charges and fees जोकि ONE TIME आपसे लेते हे जब आप फर्स्ट टाइम कोई फण्ड में इन्वेस्ट करते हे तब ।
Transaction Charges:-
आपका निवेश अगर १०००० से ज्यादा हे तो one time चार्जेज के रूप में ये mutual fund charges आपसे कलेक्ट होता हे , जब आप मनी इन्वेस्ट करते हो म्यूच्यूअल फण्ड में तब, ये डिस्ट्रीब्यूटर और एजेंट या बिचोलिये को pay करते हे जो की mutual fund बेचता हे.
ट्रांसक्शन चार्जेज SIP पर आपको हर महीने नहीं काट ते हे, ये ओने टाइम चार्जेज हे जो , दो से चार इन्स्टालमेन्ट में एक ही बार काटते हे
New Investor to Mutual fundRs. 150/-
Existing Mutual Fund Investor Rs. 100/-
SIP Investments Rs. 100/-
एंट्री लोड:
यूनिट्स खरीदते समय लगने वाले चार्ज। म्यूचुअल फंड यूनिट की कीमत NAV से ज्यादा बेचेगा। वर्तमान में म्युचुअल फंड एंट्री लोड नहीं ले सकते हैं।
एग्जिट लोड:
म्यूचुअल फंड यूनिट को NAV से कम रेट पर वापस खरीदेगा। कोई निश्चित EXIT भार नहीं है जो चार्ज किया जाता है। यह योजना के आधार पर भिन्न होता है, वर्तमान प्रथा यह है कि होल्डिंग अवधि के आधार पर फंड 0.50% से 3.00% तक किसी भी तरह से चार्ज कर सकते हैं। यदि निवेशक निर्दिष्ट अवधि से अधिक निवेश जारी रखते हैं, तो कोई एक्जिट लोड नहीं लिया जाता है।
उदाहरण के लिए: वर्तमान में रुपये के NAV पर एक इक्विटी फंड, यदि निवेशक निवेश के 1 वर्ष के भीतर बाहर निकलता है तो 62/- प्रति यूनिट 1% का एक्जिट लोड चार्ज करता है। यदि कोई निवेशक अपनी म्यूचुअल फंड INVESTMENT को बेचना चाहता है, जिन्हें 6 महीने पहले खरीदा गया था, तो ऐसे निवेशक के लिए मोचन NAV 61.38/- रुपये होगा।
वर्तमान एनएवी 62
एनएवी 0.62 . का 1% एग्जिट लोड
मोचन एनएवी 61.38
Mutual fund charges and fees में शामिल हे निचे दी गयी लिस्ट।
advisory fees ( सलाहकार शुल्क),
operational costs ( परिचालन लागत),
investment management fees ( निवेश प्रबंधन शुल्क),
registrar and transfer agent fees ( रजिस्ट्रार और हस्तांतरण एजेंट शुल्क) ,
legal and audit fees ( कानूनी और लेखा परीक्षा शुल्क) ,
agent/ sales commissions (एजेंट / बिक्री आयोग),
ongoing service charges ( चल रहे सेवा शुल्क), etc.
अब ये जो सब खर्च हे जो म्यूच्यूअल फण्ड मैनेजमेंट के लिए जाने जाते हे, अब इन सब को एक साथ कर ते हे तो हमें
तो टोटल एक्सपेंस रेश्यो ( TER ) मिलता हे , मतलब के TER आपका Recurring Charges और Ongoing expenses/Fund Running Expenses हे।
TER की लिमिट सेबी ने सेट की हुई है मतलब कि कोई भी म्युचुअल फंड कंपनी आपसे गलत तरीके से कोई भी चार्ज नहीं लेगी वह आपको प्रॉपर चार्जेस के बारे में बताएगी फिर आपसे चार्जेस लेगी, अभी नीचे गए टेबल के हिसाब से सेबी ने यह TER को सेट किया हुआ है और म्यूचुअल फंड कंपनी उसी तरह से आपसे mutual fund charges and fees लेती है। ( SEBI regulator हे Mutual fund or share Market का, जैसे की RBI हे Banks का)
Daily Net Assets | Equity Funds | Debt Funds |
---|---|---|
First Rs. 100 Cr | 2.50% | 2.25% |
Next Rs. 300 Cr | 2.25% | 2.00% |
Next Rs. 300 Cr | 2.00% | 1.75% |
Over and above Rs. 700 Cr | 1.75% | 1.50% |
ऊपर दी गई दर प्रति वर्ष है और खर्चों की गणना दैनिक आधार पर की जाती है।कुल व्यय अनुपात का 0.30% फंड पर लगाया जा सकता है यदि 30% ताजा प्रवाह भारत के शीर्ष 15 शहरों से परे शहरों से है।
अब जो हरदिन NAV के वैल्यू तय होती हे वो ये एक्सपेंस रेश्यो के हिसाब से एक्सपेंस निकलने के बाद होती हे।
मतलब की NAV में ही आपका एक्सपेंस काट के आपको NAV मिल जाती हे, वो सभी फण्ड इन्वेस्टर के लिए SAME होती हे वो पर्टिकुलर फण्ड के लिए।
निचे के ब्लॉग को पढ़े
म्यूच्यूअल फण्ड क्या होता हे?
म्यूच्यूअल फण्ड में पैसे कैसे इन्वेस्ट करे ?