MUTUAL FUND for beginners सही हे पर आपको अपनी गाढ़ी कमाई को इन्वेस्ट करने से पहले, म्यूच्यूअल फण्ड के फायदे और नुकसान के बारे में पता होना चाहिए, मतलब की आपको म्यूच्यूअल फण्ड में आँख मूंदकर निवेश नहीं करना चाहि। तो चलिए जानते हे की प्रमुख लाभों और कमियों के बारे में।

MUTUAL FUND के 10 सबसे मूल्यवान लाभ
1} अत्यधिक सुरक्षित ( EXTREMELY SAFE)
म्युचुअल फंड सुरक्षित इन्वेस्टमेंट है क्योंकि सेबी (SEBI ) और ए एम एफ आई (AMFI) उसको रेगुलेट करते हैं अभी इन दोनों रेगुलेटर्स का काम है निवेशकों के हित की रक्षा करना, तो वह कुछ निवेशक को को ध्यान में रखकर रूल्स बनाते हैं और रेगुलेशंस भी बनाते हैं और जो भी फंड मैनेजर फंड हाउस होते हैं इनको इनके बनाए हुए रूल को फॉलो करना होता है
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) और एसोसिएशन ऑफ MUTUAL FUND IN INDIA (AMFI) संयुक्त रूप से म्यूचुअल फंड (AMFI) को विनियमित करते हैं, ये दोनों संगठन म्यूचुअल फंड निवेशकों के हितों की रक्षा करना चाहते हैं, सुरक्षा के उच्चतम स्तर को बनाए रखने के लिए, म्यूचुअल फंड हाउस, फंड मैनेजर और निवेश सलाहकार सभी बारीकी से प्रबंधित और निगरानी रखते हैं, म्यूचुअल फंड हाउस, फंड मैनेजर और निवेश सलाहकार SEBI और AMFI के बनाये रूल्स के अंतर्गत ही काम करते हे।
2} पेशेवरों द्वारा पोर्टफोलियो प्रबंधन: (Portfolio Management BY Professionals)
फंड मैनेजर पेशेवर रूप से म्यूचुअल फंड योजनाओं को संभालते हैं। ये फंड मैनेजर अनुभवी निवेशक होते हैं जिनके पास शेयर बाजार में वर्षों का अनुभव होता है।
कोई भी निवेश विकल्प चुनने से पहले, फंड मैनेजर इक्विटी पर व्यापक शोध करते हैं। वे सर्वोत्तम संभव परिणाम प्रदान करने के लिए पोर्टफोलियो पर भी कड़ी नजर रखते हैं।
फण्ड मैनेजर का काम होता हे की वो निवेशकों को जायदा से जायदा return दिलाये, और पास्ट record से पाया गया हे की बहुत सारे ऐसे फण्ड हे जीनोने निवेशकों को १२, १५ , १८ % return दिलाया हे, और ये तभी संभव हे की फण्ड मैनेजर पेशेवर हो और उनको स्टॉक मार्किट का अच्छा नॉलेज हो।
3} उच्च लाभ रिटर्न ( higher returns on investment)
म्यूचुअल फंड के पास अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में बेहतर रिटर्न उत्पन्न करने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है।
एक फंड प्रबंधन का उद्देश्य निवेशकों के लिए अधिकतम रिटर्न प्राप्त करना है, और ऐतिहासिक अनुभव से पता चला है कि ऐसे कई फंड मौजूद हैं। हे जिनोन ने निवेशकों को 12, 15 और 18 प्रतिशत का रिटर्न देने की पेशकश की है।
4} उच्च स्तर की तरलता (high level of liquidity)
तरलता से तात्पर्य उस सहजता से है जिसके साथ किसी संपत्ति को नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है, म्यूचुअल फंड जो ओपन-एंडेड होते हैं वे बेहद लिक्विड होते हैं, नतीजतन, आप आपात (जैसे की मेडिकल इमरजेंसी) स्थिति में इन फंडों को आसानी से बेच सकते हैं।
इक्विटी फंड के लिए मोचन (redemption) period T+2 दिनों में उपलब्ध है, अगर आप पहली February को एबीसी इक्विटी फंड से पैसे निकालते हैं, तो पैसा आपके खाते में 3 February को क्रेडिट हो जाएगा।
क्योंकि मोचन (redemption) period टी+1 दिनों में उपलब्ध है, डेट फंड और लिक्विड फंड में अधिक तरलता होती है इसीलिए , उदाहरण के लिए, यदि आप 1 February को रिडीम करते हैं, तो आपके मोचन का भुगतान 2 February को आपके खाते में कर दिया जाएगा!
हालांकि, इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसएस), क्लोज-एंडेड फंड और फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान (एफएमपी) की तरलता बेहद कम है।
5} म्यूचुअल फंड विविधीकरण (Mutual fund diversification)
म्यूचुअल फंड का सबसे महत्वपूर्ण लाभ विविधीकरण है। जब आप म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो आपका पैसा कई तरह के शेयरों में बंट जाता है और फैल जाता है। नतीजतन, फंड का समग्र जोखिम कम हो जाता है।
विविधीकरण आपको सभी शीर्ष शेयरों के विकास में भाग लेने की अनुमति देकर उच्च रिटर्न प्राप्त करने की संभावनाओं को भी बढ़ाता है।
6} विभिन्न प्रकार के जोखिम प्रोफाइल के लिए आदर्श (Ideal for a variety of risk profiles)
डेट फंड कम जोखिम वाले निवेशकों के लिए मध्यम से लंबी अवधि के उद्देश्यों के लिए उपयुक्त हैं। डेट फंड इक्विटी फंड की तुलना में काफी सुरक्षित होते हैं क्योंकि वे ‘फिक्स्ड इनकम’ इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं। डेट फंड बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में काफी बेहतर रिटर्न देते हैं।
सभी म्यूचुअल फंड उच्च जोखिम वाले निवेश नहीं हैं। अल्पकालिक सरकारी प्रतिभूतियाँ, जैसे कि ट्रेजरी बिल और जमा प्रमाणपत्र, लिक्विड म्यूचुअल फंड के पास होते हैं। इसके परिणामस्वरूप लिक्विड म्यूचुअल फंड विशेष रूप से सुरक्षित हैं। लिक्विड म्युचुअल फंड उन व्यक्तियों के लिए आदर्श हैं जो कम जोखिम वाले निवेश की तलाश कर रहे हैं, जिसका वित्तीय लक्ष्य अल्पकालिक है।
मिडकैप और छोटे आकार के फंड लंबी अवधि के वित्तीय उद्देश्यों वाले उच्च जोखिम वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं, निवेशकों के लिए हाइब्रिड फंड, लार्ज कैप फंड, मल्टीकैप फंड और अन्य मध्यम जोखिम वाले फंड उपलब्ध हैं।
नतीजतन, सभी जोखिम प्रोफाइल के अनुरूप एक विशिष्ट प्रकार की म्यूचुअल फंड रणनीति है।
7} म्यूच्यूअल फण्ड किफायती हे ( Cost-effective)
म्यूचुअल फंड स्कीम में हजारों लोग निवेश करते हैं। नतीजतन, वे बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं को प्राप्त कर सकते हैं। नतीजतन, फंड का कुल खर्च कम हो जाता है, हम सभी जानते हैं कि थोक में खरीदारी करने से प्रति वस्तु की लागत नाटकीय रूप से कम हो जाती है। पैमाने की अर्थव्यवस्थाएं ( economic of scale ) इसके लिए शब्द हैं।
अन्य खर्च, इसी तरह, सभी यूनिटधारकों के बीच साझा किए जाते हैं। नतीजतन, प्रति यूनिटधारक की लागत घट जाती है। जब खर्च कम किया जाता है, तो निवेशकों को अधिक रिटर्न मिलता है। नतीजतन, म्यूचुअल फंड भारत के सबसे अधिक लागत प्रभावी निवेश समाधानों में से एक हैं।
इंडेक्स फंड, जो निष्क्रिय रूप से प्रबंधित होते हैं, उनका व्यय अनुपात कम होता है और वे अधिक लागत प्रभावी होते हैं।
8} अत्यंत व्यावहारिक ( Exceptionally practical)
म्युचुअल फंड नौसिखिए और अनुभवी निवेशकों दोनों के लिए आदर्श हैं। म्यूचुअल फंड आपको एक फ्लैट भुगतान के साथ-साथ एक व्यवस्थित निवेश योजना (systematic investment plan (एसआईपी (SIP) ) में निवेश करने की अनुमति देते हैं।
एकमुश्त निवेश (Lump sum investment) उन निवेशकों के लिए एक विकल्प है जिनके पास बाजार के लिए समय, संसाधन और अनुभव है। न्यूनतम एकमुश्त निवेश (Lump sum investment) $1,000 से $5,000 तक है।
Retail निवेशकों के लिए एसआईपी (SIP) को प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि वे निवेश अनुशासन को बढ़ावा देते हैं। एक एसआईपी (SIP) में एक निर्धारित तिथि पर हर महीने एक पूर्व निर्धारित राशि काटी जाती है। पूरे बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान निवेश करके निवेशकों को उच्च रुपया-लागत औसत प्राप्त होता है। एसआईपी वेतनभोगी (salaried) व्यक्तियों के लिए आदर्श हैं जिनके पास वित्तीय संसाधनों या बाजार के समय के बाजार के अनुभव की कमी है।
9} करों से लाभ (Benefit from Taxes)
1961 के आयकर अधिनियम की धारा 80 सी ईएलएसएस फंड में 1.5 लाख तक की कटौती की अनुमति देती है।
म्यूचुअल फंड का एक और महत्वपूर्ण लाभ कर (TAX) लाभ है। ईएलएसएस फंड (ELSS FUND) एक विशेष प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो करों पर पैसे बचाने में आपकी मदद करने के लिए है।
अगर तीन साल के बाद रिडीम किया जाता है, तो डेट फंड भी इंडेक्सेशन का लाभ देते हैं। इक्विटी म्युचुअल फंड के माध्यम से कर लाभ भी उपलब्ध हैं। यदि इक्विटी म्यूचुअल फंड पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (long-term capital gains) एक वित्तीय वर्ष में 1 लाख से अधिक नहीं है, तो वे कर-मुक्त हैं।
10} वॉलेट के अनुकूल ( Wallet-friendly)
म्यूचुअल फंड के सबसे महत्वपूर्ण लाभों में से एक उनकी कम लागत है।
मान लीजिए कि आप कोटक बैंक का एक शेयर खरीदना चाहते हैं। कोटक बैंक का मौजूदा बाजार भाव 1800 रुपये है। कोटक बैंक का एक शेयर खरीदने के लिए आपको 1800 रुपये देने होंगे।
हालांकि, आपके पास निवेश करने के लिए केवल 500 हैं। दुर्भाग्य से, शेयर बाजार आपको कोटक बैंक के एक चौथाई हिस्से को खरीदने की अनुमति नहीं देता है। नतीजतन, आप कोटक बैंक में निवेश नहीं करने का निर्णय लेते हैं। म्यूचुअल फंड के मामले में ऐसा नहीं है। आप म्यूचुअल फंड में 500 निवेश कर सकते हैं और कोटक बैंक में आनुपातिक स्वामित्व प्राप्त कर सकते हैं।
एक म्यूचुअल फंड एसआईपी हर महीने Rs. 500 के साथ शुरू किया जा सकता है।
म्युचुअल फंड के सबसे महत्वपूर्ण नुकसान जाने हिंदी में
1} मैनेजमेंट अथॉरिटी द्वारा दुरूपयोग (Misuse of Executive Authority)
कुछ फण्ड मैनेजर क्या करते हे की वो जो म्यूच्यूअल फण्ड पोर्टफोलियो होता हे उसको चेंज करते रहते हे, मतलब वो इक्विटी शेयर्स का buying एंड selling करते रहते हे,
उच्च पोर्टफोलियो मंथन (चेंज) के परिणामस्वरूप कर (tax ) और अन्य शुल्क ( charges ) बढ़ते हैं। इसके परिणामस्वरूप पोर्टफोलियो रिटर्न कम हो जाता है। लगातार मंथन (चेंज) करने से आपका फंड मैनेजर खराब निवेश निर्णय ले सकता है, जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है।
2} महगी कीमत ( Expensive cost)
हमारी दुनिया में कुछ भी फ्री माँ नहीं मिलता हे, और सारे इन्वेस्टमेंट की तरह म्यूच्यूअल फण्ड भी आपसे फीस एंड चार्जेज कलेक्ट करता हे,
म्यूच्यूअल फण्ड एक्सपेंस रेश्यो के रूप में आपसे फीस एंड चार्जेज कलेक्ट करता हे, अगर आपको फीस एंड चार्जेज के बारे में डिटेल में पढ़ना हे तो आप मेरा निचे का ब्लॉग पढ़ सकते ह। फीस एंड चार्जेज के बारे में आपके सारे शक क्लियर हो जायेगे,
Mutual fund charges and fees in Hindi
उच्च व्यय अनुपात का आपके पोर्टफोलियो के प्रदर्शन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। ‘इंडेक्स फंड’ उन निवेशकों के लिए उपलब्ध हैं जो कम व्यय अनुपात चाहते हैं।
3} म्यूच्यूअल फण्ड से बहार निकलने का charges ( EXIT LOAD )
अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड को समय से पहले बेचना चाहते हो तो आपको एग्जिट लोड लग सकता हे, मतलब की म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी आपसे कुछ चार्जेज लेगी अगर आपने समय से पहले बेच दिया हे तो।
लिक्विड मनी के लिए एग्जिट लोड टाइम सात दिन है।
डेट फंड के लिए एक्जिट लोड अवधि 30 से 540 दिनों तक होती है (क्रेडिट रिस्क डेट फंड)
इक्विटी फंड के लिए एग्जिट लोड की अवधि 365 दिन है।
फंड की एग्जिट लोड अवधि निवेशक के वित्तीय लक्ष्यों से मेल खानी चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि कोई निवेशक दस दिनों के लिए निवेश करना चाहता है, तो उसे डेट फंड के बजाय लिक्विड फंड का उपयोग करना चाहिए।
4} अति ज्यादा विविधीकरण ( LIMIT LESS DIVERSIFICATION )
विविधीकरण के दो पहलू हैं। जहां यह जोखिम कम करता है, वहीं यह निवेशकों के रिटर्न को भी कम करता है। फंड मैनेजर कई एसेट क्लास में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए अति-विविधीकरण शब्द है। इससे बचने के लिए निवेशकों को निवेश करने से पहले लक्ष्य आधारित वित्तीय योजना बनानी चाहिए।
5} कम इन अवधि (COME IN PERIOD)
ऐसे फण्ड होते हे जिसमे कम इन पीरियड फिक्स्ड होता हे, मतलब की जैसे ELSS का पीरियड ३ इयर्स हे , पहले तो ये टैक्स सेविंग फण्ड हे, और अगर इसमें आप इन्वेस्ट करते हो तो आप ३ साल तक फण्ड नहीं टिकल सकते हो।
मतलब की कोई भी आपात परिस्थिति में भी आप ये फण्ड से पैसे नहीं निकल सकते हो।
ईएलएसएस (ELSS) और एफएमपी (FMP) के लिए कॉमक-इन अवधि निर्धारित है.
लास्ट में जो एक है जिसको मैं नुकसान नहीं गिनता हूं लेकिन मैं आपको बता रहा हूं वह है फिक्स रिटर्न नहीं होता है,और रिटर्न आपका आपको कितना मिलेगा वह भी तय नहीं होता है, हो सकता है कोई साल आपको रिटर्न मिले 10 परसेंट मिले, कोई साल रिटर्न मिले आपको 5 परसेंट , या फिर कोई साल अगर मार्किट डाउन हो तो आपको रिटर्न ही ना मिले,
इसीलिए लिखा होता हे की
MUTUAL FUNDS ARE MARKET TO RISK READ ALL DOCUMENTS CAREFULLY.
लेकिंग अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्ट करते हो तो आपको १००% अच्छा RETURN मिलेगा।
तो सबसे पहले आपको म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में सही से जानना हे ,आप कौन से फण्ड में इन्वेस्ट कर रहे हो, उसका लॉक इन पीरियड क्या हे ये सब जानके ही म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करना हे।